7 wonders of the world in Hindi – आज इस पोस्ट मे संसार के 7 अजूबो के बारे मे सम्पूर्ण जानकारी दी गयी है
History Seven Wonders of the World : विश्व के नए 7 अजूबो को चुनने की शुरुआत सन 2000 में शुरू किया गया एक अभियान था, जिसमें 200 अजूबो के चयन में से विश्व के सबसे बढ़िया 7 अजूबो को चुना गया था। इन्टरनेट और मोबाइल वोटिंग के माध्यम से लोकप्रिय धरोहरों का सर्वेक्षण स्विस-कनाडाई बर्नार्ड वेबर द्वारा शुरू किया गया था और स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख शहर में स्थित न्यू 7 वंडर्स फाउंडेशन (N7W) द्वारा आयोजित किया गया था, जिसमें चयनित विश्व धरोहरों की घोषणा 7 जुलाई, 2007 को की गई थी। दुनिया भर से लगभग 100 मिलियन वोट पड़े।
दुनिया के सात अजूबे का नाम | 7 wonders of the world in Hindi
क्रं0 | अजूबे का नाम | निर्माण वर्ष | शहर का नाम |
1 | ताज महल | 1632 – 1648 | भारत |
2 | चीन की दीवार | सातवीं शताब्दी से 16 वीं शताब्दी तक | चीन |
3 | पेट्रा | 312 ई.पू. | जॉर्डन |
4 | रोमन कोलॉज़िअम | 80 ई.प. | इटली |
5 | चिचेन इत्जा | AD 600 | मैक्सिको |
6 | माचू पिचू | 15 वीं शताब्दी | पेरू |
7 | क्राइस्ट रिडीमर | AD 1931 | ब्राजील |
दुनिया के सात अजूबो की जानकारी | 7 wonders of the world in Hindi
ताज महल – Taj Mahal
ताज महल को 1631 मे मुग़ल बादशाह शाहजहाँ द्वारा अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया गया था, जिनकी मृत्यु उनके 14 वें बच्चे गौहर बेगम के जन्म के बाद हो गया था। ताजमहल (Tajmahal) उत्तर प्रदेश के आगरा मे स्थित है। ताजमहल का निर्माण वर्ष 1632 में शुरू हुआ और वर्ष 1648 में पूरा हुआ, जबकि आसपास के भवन और उद्यान पांच साल बाद ही बनकर तैयार हो गए थे । ताजमहल का निर्माण सफ़ेद संगमरमर से किया गया है। ताजमहल जैसी कलाकृति पूरे संसार मे कंही भी नहीं है। ताजमहल को बनाने मे पूरे 15 साल का समय लगा। कहा जाता है कि ताजमहल को बनाने वाले सभी मजदूरों के हाथ बादशाह द्वारा कटवा दिए थे, ताकि वे ऐसा कोई दूसरा न बना सके।
ताज महल जैसी सुंदर कलाकृति को देखने के लिए आज पूरे संसार से लोग आते रहते है।
चीन की दीवार – Great Wall of China
चीन की विशाल दीवार का निर्माण 7वीं शताब्दी में शुरू हुआ और 16 वीं शताब्दी के बीच किया गया था। चीन के शासकों द्वारा अपने राज्य की सुरक्षा के लिए चीन कि दीवार का निर्माण कराया गया था। यह 8,851.8 कि.मी. (5,500.3 मील) लंबी है. चीन की विशाल दीवार का निर्माण मिट्टी, पत्थर, ईंट, लकड़ी आदि को मिला कर किया गया था. यह दीवार 35 फीट ऊँची है. चीन कि दीवार पूर्व के दंदोंग से शुरू होकर पश्चिम में लोप लेक तक फैली है। चीन की दीवार को 1987 से यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में शामिल किया गया है।। ग्रेट वॉल ऑफ चाइना (Great Wall of China, China) दुनिया के सात अजूबे में से एक है.
पेट्रा – History of Petra
पेट्रा शहर साउथ जॉर्डन में स्थित है, जो अपनी अद्भुत कलाकृति के लिए सात अजूबों में शामिल है. पेट्रा शहर अपने रंग के कारण रक्मू या रोज सिटी के रूप में भी जाना जाता है क्योकि यंहा के सभी पत्थर लाल रंग के है. पेट्रा शहर में चट्टानों को तराश कर अनेक वास्तुकला का निर्माण 12 BC के लगभग किया गया था. पेट्रा शहर मे स्थित ऊँचे ऊँचे मंदिर आकर्षण का प्रमुख केंद्र है. पेट्रा शहर मे तालाब और नहरें भी हैं इसी लिए इसे एक चमत्कारिक शहर भी कहा जाता है।
रोमन कोलॉज़िअम – Colosseum
रोमन कोलॉज़िअम दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम है जो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दर्ज है. रोमन कोलॉज़िअम रोम के इटली शहर में स्थित है। रोमन कोलॉज़िअम का निर्माण 80 ई.प. में पूरा हुआ था। रोमन कोलॉज़िअम मे एक साथ 50 से 80 हजार लोग तक बैठ सकते है। यह संसार की सबसे प्राचीन वास्तुकलाओं में से एक है। लेकिन प्राकर्तिक आपदाओं और भूकंप आदि से इसमे नुकसान भी हुआ है। लेकिन आज भी इसकी वास्तुकला वैसी है जैसी पहले थी। इसी कारण इसे दुनिया के सात अजूबों मे शामिल किया गया है।
चिचेन इत्ज़ा – Chichén Itzá
चिचेन इत्ज़ा संसार का सबसे पुराना व सबसे प्रसिद्ध मयान मंदिर है जो मैक्सिको के युकान्तन राज्य में स्थित है। चिचेन इत्ज़ा का निर्माण AD 600 में हुआ था. यंहा हर साल लगभग 15 से 20 लाख पर्यटक घुमने आते है.
चिचेन इत्ज़ा कि आकृति एक पिरामिड कि तरह है जो पत्थरो से निर्मित है जिसकी ऊंचाई 79 फिट के लगभग है। चिचेन इत्ज़ा के ऊपर जाने के लिए चारों तरफ 91-91 सीढ़िया है जो कुल 365 सीढ़िया होती है जो एक साल का प्रतीक है। सबसे ऊपर एक चबूतरा बना हुआ है।
चिचेन इत्ज़ा सबसे पुराना स्थल होने के कारण विश्व धरोहर मे शामिल किया गया है।
माचू पिच्चु – Machu Picchu
माचू पिच्चु दक्षिण अमेरिका के पेरु मे बहुत ही ऊंची चोटी पर स्थित एक बहुत ही पुराना एतिहासिक जगह है। माचू पिच्चु कि उचाई समुद्र तल से लगभग 8,000 फीट (2,430 मीटर) ऊपर है और इसका निर्माण 15 वीं शताब्दी के Incan estate में सम्राट पचकट्टी के लिए किया गया था। वर्ष 1911 में अमेरिका के इतिहासकार हीरम बिंघम ने माचू पिच्चु की खोज किया और इसे दुनिया के सामने लाया. वर्ष 1983 में यूनेस्को (UNESCO) द्वारा इसे विश्व धरोहर घोषित किया.
क्राइस्ट द रिडीमर – Cristo Redentor (OR) Christ the Redeemer Statue
क्राइस्ट द रिडीमर, ईशा मसीह की एक बहुत बड़ा प्रतिमा है जो ब्राजील के रियो डी जेनेरो शहर में स्थापित है। क्राइस्ट द रिडीमर की प्रतिमा 98 फीट (30 मीटर) लंबा, और इसकी भुजाएं 92 फीट (28 मीटर) चौड़ी हैं। क्राइस्ट द रिडीमर तिजुका फॉरेस्ट नेशनल पार्क में कोर्कोवाडो पहाड़ की चोटी पर स्थित है। इस पर्वत की चोटी से सारा शहर दिखाई देता है।
ईशा मसीह की यह प्रतिमा रियो और ब्राजील की बहुत बड़ी पहचान है। क्राइस्ट द रिडीमर का निर्माण 1922 में शुरू हुआ था और 1931 में समाप्त हुआ था। ब्राजील के इंजीनियर सिल्वा कोस्टा द्वारा डिज़ाइन और फ्रांस के मूर्तिकार लैंडोव्स्की द्वारा ईशा मसीह की इस मूर्ति को तैयार किया गया था।
Seven Wonders of the Ancient World – प्राचीन विश्व के सात अजूबे
इस नई सूची में शामिल होने से पहले दुनिया के सात अजूबों को “प्राचीन दुनिया के सात अजूबों” के रूप में जाना जाता है:
- गीज़ा का महान पिरामिड (Great Pyramid of Giza )
- बेबीलोन का हेंगिंग गार्डेन (Hanging Gardens of Babylon)
- ओलंपिया में ज़ीउस की मूर्ति (Statue of Zeus at Olympia)
- इफिसुस में आर्टेमिस का मंदिर (Temple of Artemis at Ephesus)
- माउसोलस का मकबरा (Mausoleum at Halicarnassus)
- रोड्स का कॉलॉसस (Colossus of Rhodes)
- अलेक्जेंड्रिया का प्रकाश स्तंभ (Lighthouse of Alexandria)
Faq 7 wonders of the world
ताज महल किस जगह स्थित है?
ताज महल भारत के आगरा मे स्थित है
ताज महल को किसने बनवाया था?
ताज महल का निर्माण शाहजंहा ने अपनी पत्नी मुमताज़ के याद मे बनवाया था
चीन की विशाल दीवार का निर्माण कब शुरू हुआ था?
चीन की विशाल दीवार का निर्माण 7वीं शताब्दी में शुरू हुआ था
पेट्रा शहर कंहा स्थित है?
पेट्रा शहर साउथ जॉर्डन में स्थित है
रोमन कोलॉज़िअम किस शहर में स्थित है?
रोमन कोलॉज़िअम रोम के इटली शहर में स्थित है
चिचेन इत्ज़ा मे कुल कितनी सीढ़िया है?
चिचेन इत्ज़ा मे कुल 365 सीढ़िया है
माचू पिच्चु कंहा स्थित है?
माचू पिच्चु दक्षिण अमेरिका के पेरु मे बहुत ही ऊंची चोटी पर स्थित एक बहुत ही पुराना एतिहासिक जगह है।